रात का अंधेरा गहरा हो चुका था, और आसमान में बादल छाए हुए थे। अंजली अपनी कार में बैठी हुई थी, जो एक सुनसान सड़क पर चल रही थी। वह अपने दोस्तों के साथ एक रोड ट्रिप पर निकली थी, लेकिन किसी गलत मोड़ के कारण वह अब एक अज्ञात जगह पर पहुँच चुकी थी।
तभी उसकी कार का इंजन अचानक बंद हो गया। अंजली ने कार से बाहर निकलकर चारों ओर देखा, लेकिन वहाँ कोई नहीं था। सड़क के किनारे एक पुराना बोर्ड लगा हुआ था, जिस पर लिखा था, "स्वागत है शहर में।" लेकिन आसपास कोई शहर नहीं दिख रहा था।
अंजली ने अपना फोन निकाला, लेकिन वहाँ नेटवर्क नहीं था। तभी उसे दूर से एक आवाज़ सुनाई दी, जैसे कोई उसे बुला रहा हो। वह आवाज़ धीरे-धीरे तेज होती गई, और अंजली ने महसूस किया कि वह उसकी ओर आ रही है।
अंजली ने साहस जुटाया और आवाज़ की दिशा में चल पड़ी। कुछ देर बाद, उसे एक छोटा सा शहर दिखाई दिया। शहर के घर पुराने और जर्जर थे, लेकिन उनमें से रोशनी आ रही थी। अंजली ने एक घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
तभी उसने देखा कि शहर के लोग सड़क पर इकट्ठे हो रहे हैं। वे सभी चुपचाप खड़े थे, और उनकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी। अंजली ने पूछा, "यह जगह कहाँ है? मैं यहाँ से कैसे निकल सकती हूँ?"
एक बूढ़े व्यक्ति ने आगे बढ़कर कहा, "यह शहर उन लोगों के लिए है, जो अपने अतीत से भागते हैं। यहाँ से निकलने का रास्ता केवल वही ढूँढ सकता है, जो अपने सच का सामना करने के लिए तैयार हो।"
अंजली ने महसूस किया कि यह शहर उसके अपने डर और पछतावे का प्रतिबिंब था। उसे अपने बचपन की एक घटना याद आई, जब उसने अपने सबसे अच्छे दोस्त को धोखा दिया था। वह घटना उसके मन में एक गहरा घाव छोड़ गई थी।
अंजली ने बूढ़े व्यक्ति से पूछा, "मैं अपने अतीत का सामना कैसे करूँ?"
बूढ़े व्यक्ति ने कहा, "जाओ, उस व्यक्ति से माफी माँगो, जिसे तुमने चोट पहुँचाई है। केवल माफी ही तुम्हें इस शहर से बाहर निकाल सकती है।"
अंजली ने अपनी आँखें बंद कीं और अपने दोस्त को याद किया। उसने मन ही मन उससे माफी माँगी और अपने किए पर पछतावा व्यक्त किया। जैसे ही उसने ऐसा किया, शहर धीरे-धीरे गायब होने लगा।
जब अंजली ने अपनी आँखें खोलीं, तो वह खुद को अपनी कार में बैठा हुआ पाया। कार का इंजन चालू था, और सड़क पर अन्य वाहन चल रहे थे। उसने महसूस किया कि वह एक सपना देख रही थी, लेकिन उस सपने ने उसे एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया।
अगले दिन, अंजली ने अपने पुराने दोस्त को फोन किया और उससे माफी माँगी। दोस्त ने उसे माफ कर दिया, और अंजली ने महसूस किया कि उसका मन हल्का हो गया है।
नैतिक संदेश:
इस कहानी का मुख्य संदेश यह है कि हमें अपने अतीत के गलत कर्मों से भागने के बजाय उनका सामना करना चाहिए। माफी माँगने और अपनी गलतियों को स्वीकार करने से ही हम अपने मन की शांति पा सकते हैं।
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